लाडले ठाकुर संग अष्ट सखी गांवों की लगाई गई परिक्रमा
लाडले ठाकुर संग अष्ट सखी गांवों की लगाई गई परिक्रमा
राधा नाम संकीर्तन, भजनों पर ब्रज गोपिकाओं ने किया लोक नृत्य
मथुरा । कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हजारों हजार बृजवासियों ने लाडलेय ठाकुर के साथ दो दिवसीय श्रीराधा रानी अष्ट सखी परिक्रमा हर्षाेल्लाह के साथ दी, कार्तिक पूर्णिमा पर दो दिवसीय श्रीराधा रानी अष्ट सखी परिक्रमा का शुभारंभ बरसाना स्थित प्रिया कुंड से बृजाचार्य महाप्रभु नारायण भट्ट जी के वंशज ललिता पीठाधीश्वर गोस्वामी कृष्णानंद भट्ट, बृजाचार्य गोस्वामी उपेंद्र नारायण भट्ट, पीठ के प्रवक्ता गोस्वामी घनश्याम राज भट्ट यात्रा के व्यवस्थापक पदम फौजी फौजी के नेतृत्व में विधि विधान पूर्वक लाडलेय ठाकुर और राधा रानी की जयकारों के साथ हुआ ।
पहले दिन प्रिया कुंड से परिक्रमा शुरू होकर गाजीपुर, संकेत वट, आजनोक, करहला, कमई, पाडलवन होते हुए बरसाना में विश्राम किया, अगले दिन कार्तिक पूर्णिमा को राधा रानी गेट से परिक्रमा शुरू होकर लाडली जी मंदिर पहुंची जहां पर मंदिर सेवायतों ने लाडलेय ठाकुर का भव्य स्वागत करते हुए लाडली जी के साथ विराजमान किया, लाडली जी मंदिर के बाद परिक्रमा चित्र सखी होते हुए डभाला, रांकोली, सुनहरा, सखीगिरी पर्वत, ऊंचागांव में ललित जी मंदिर, दाऊजी मंदिर होते हुए बरसाना पहुंचकर प्रिया कुंड पर पूर्ण हुई। अष्ट सखियों के गांवों में परिक्रमार्थी बृजवासियों का स्थानीय लोगों ने स्वागत किया ।
राम संकीर्तन और ब्रज के सुमधुर भजनों पर जगह जगह विश्राम के दौरान जमकर लोक नृत्य किया, ऊंचागांव दाऊजी मंदिर में प्रवचन करते हुए गोस्वामी घनश्याम राज भट्ट और गोस्वामी कृष्णानंद भट्ट ने अष्ट सखी परिक्रमा के महत्व की व्याख्या करते हुए कहां कि बरसाना सहित अष्ट सखियों के गांव अष्ट कमल रूपी ब्रज की शास्त्रीय धारणा को नारायण भट्ट जी अपने शोध से पूर्ण किया, अष्ट सखियों की आठवां ग्राम अष्ट कमल दल है और केन्द्र में ब्रज की अधिष्ठात्री श्री राधा रानी है, परिक्रमा में प्रमुख लोगों में विशेष रूप से गोस्वामी रोहित भट्ट, दिनेश नारायण भट्ट ठाकुर प्रसाद भट्ट मितुल भट्ट, ब्रजसेवी हरिश चंद्र कोहली, अरुण भट्ट गोविंद मुनीम, सतीश तोमर, दाउ महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहे ।







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