परियोजनाओं की धीमी गति पर जताई नाराजगी, वन विभाग को नोटिस
परियोजनाओं की धीमी गति पर जताई नाराजगी, वन विभाग को नोटिस
-“मथुरा सामान्य जनपद नहीं, मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता का है हिस्सा-सूरज पटेल
मथुरा । उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की जिला स्तरीय नियोजन एवं विकास समिति की बैठक परिषद सभागार में हुई, बैठक में विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े वन विभाग की आपत्तियों के निस्तारण में हो रही देरी पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सूरज पटेल ने कड़ी नाराजगी जताई, उन्होंने कोकिलावन परियोजना की टेंडरिंग में विलंब पर वन विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी करने और पूरी स्थिति प्रमुख सचिव को भेजने के निर्देश दिए हैं ।
बुधवार को आयोजित बैठक में सीईओ सूरज पटेल ने कहा कि “मथुरा सामान्य जनपद नहीं है, मथुरा व अयोध्या और काशी मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में हैं, इसलिए सभी सरकारी एजेंसियों को उसी गंभीरता के साथ कार्य करना होगा”, उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री के ब्रज विकास विजन को समयबद्ध और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा करना ही सभी की सर्वाेच्च प्राथमिकता है, उन्होंने वन विभाग से संबंधित आपत्तियों के शीघ्र निस्तारण के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा जिससे किसी भी परियोजना में वन विभाग से जुड़ी आपत्ति का जल्द निस्तारण किया जा सके ।
बैठक में विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह, परिषद के एसीईओ मदन चंद्र दुबे, पीडब्ल्यूडी के एसई सीपी सिंह, विद्युत विभाग के एसई आरपी सिंह, नगर निगम के एक्सईएन अमरेंद्र गौतम, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन अजय कुमार, नियोजन से स्मिता, जिला पर्यटन अधिकारी हेमंत शर्मा, विकास प्राधिकरण के एक्सईएन प्रशांत गौतम, उज्ज्वल ब्रज के सचिव अनंत शर्मा सहित अन्य विभागों के सहायक और अवर अभियंता सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे, सीईओ ने सभी जनप्रतिनिधियों से अपने प्रस्ताव लिखित रूप में देने का आग्रह किया, साथ ही पूर्ण परियोजनाओं के रखरखाव और उनका संचालन संबंधित निकायों को पीपीपी मॉडल पर कराने के लिए हस्तांतरित करने को कहा ।
बैठक में स्थानीय निकाय अध्यक्षों ने अपने अपने क्षेत्रों से जुड़े विकास प्रस्ताव रखे, गोवर्धन नगर पंचायत प्रतिनिधि मनीष लंबरदार ने क्षेत्रीय आवश्यकताएँ रखीं, छाता पंचायत से कान्हा सिंह ने कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव दिए, सौंख अध्यक्ष योगेश ने सौंख टीला संरक्षण का मुद्दा उठाया, बरसाना अध्यक्ष प्रतिनिधि पदम चंद्र फौजी ने पहाड़ी क्षेत्रों में अतिक्रमण और खाली जमीन की जानकारी प्रस्तुत की, राधाकुण्ड पंचायत अध्यक्ष ने कुंडों के संरक्षण पर और फरह पंचायत अध्यक्ष ने सूर साधना स्थली के विकास का प्रस्ताव दिया, गोकुल अध्यक्ष संजय दीक्षित ने कच्ची परिक्रमा और नए घाट निर्माण का प्रस्ताव रखा ।







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